AUTHOR
Tanisha Agrawal
Specific References
- isbn
- 978-93-87269-35-4
Achoot Kutta
E BOOK-MUMBHAI Returns
भारत ही नहीं, पूरा विश्व अजब-गजब किस्म की परंपराओं और रीतियों से भरा है। उनके पीछे वैसे ही अजब-गजब तर्क भी पेश किए जाते हैं।
अजब दुनिया है, जितनी रंगीन है यहां जिंदगी, उतने ही काले रंग हैं यहां जीवन में। कुछ बुरे रिवाज समाज में हैं, जो बनाते हैं इंसान को हैवान। ऐसा सिर्फ भारत में नहीं हो रहा। सारी दुनिया कुरीतियों से शापित हो चली है।
इन अभिशाप ने न केवल महिलाओं बल्कि पुरुषों का भी जीवन जहर से भर दिया है। इनकी आग में आज भी कई जिंदगियां जल कर खाक हो रही हैं। आलम ये है कि हर जगह अपनी जरूरत के हिसाब से परंपराएं और रीति-रिवाज लोगों ने बना लिए।
लोगों को इन कुरीतियों के दरदरे पत्थरों के नीचे कुचलते और पीसते समाज की मुखालफत भी जरूरी है।
अछूत कुत्ता किताब में इन पर न केवल लेखक ने गहरी नजर डाली है बल्कि उनके खिलाफ कलम से आंदोलन खड़ा करने की कोशिश की है।
Ansu
E BOOK-ANSU
‘Aansu’ is based on sexual assault on child. This covers village politics & crimes, life & sins of Mumbai eunuchs, human behavior in times
Narrative of Ansu revolves around a myth of eunuch’s words don’t go empty. What they will say, it will happen in your life
This book is a chronicle of birth to death of our protagonist Ramu
Book is based on author’s experience of the society as a crime and investigative journalist for more than 3 decades
आंसू वासना का नरक भोगता बचपन, दरअसल बाल यौन अत्याचार से छलनी जिस्म में बसी बेबस रूह का रुदन है
वासना के भूखे भेड़ियों का झुंड लगातार लपलपाती जीभें और आंखों में हवस भरे चारों तरफ घूमते हैं, उनके बीच जो फंस गया, उसका जिस्म और रूह, दोनों छलनी होना तय हैं
मुख्य किरदार रामू जो इन भूखे भेड़ियों के बीच फंस गया, अब उसका क्रंदन सुनने वाला कोई नहीं
Mumbhai
Mumbhai
मुंबई माफिया पर कुछ लिखना, वह भी तब, जब बहुत कुछ कहा-सुना-लिखा-पढ़ा जा चुका हो, एक चुनौती है। ऐसी किताब पेश की है, जिसमें अंडरवर्ल्ड के ढेरों राज फाश हुए हैं।
ख़बरों की कुछ दिनों तक कीमत होती है लेकिन संग्रहणीय किताब सदियों तक कीमती बनी रहती है। देश का सबसे खतरनाक अंडरवर्ल्ड पूरे विश्व में जा पहुँचा है।
सुकुर नारायण बखिया, लल्लू जोगी, भाणा पटेल, हाजी मस्तान, करीम लाला तक तस्करी थी। वरदराजन मुदलियार ने कच्ची शराब, जुआखानों, चकलों, हफ़्तावसूली तक वो सब किया, जिससे गैंग के बीज पड़े। उसके बाद मन्या सुर्वे, आलमज़ेब, अमीरजादा, पापा गवली, बाबू रेशिम, दाऊद, गवली, सुभाष ठाकुर, बंटी, हेमंत, रवि, संतोष शेट्टी, वगैरह आए। ‘मुंभाई’ में कई अछूते विषय हैं। यह शोधपरक लेखन है। यह पुस्तक अंडरवर्ल्ड का जीवंत दस्तावेज़ है। ये ‘मुंभाई’ श्रृंखला की पहली पुस्तक है।
Muthbhed
The novel is based on the true event. Book is based on the encounter of bandit Ghanshayam Kevat alias Ghansu Dakait at Jamouli Village of District Chitrkoot, UP in 2015.
It is litrery depiction of the event and covers the concerns and issue involved. This is the story of 3 days of the encounter in full length.
उत्तरप्रदेश के चित्रकूट जिले का गांव जमौली। अचानक पूरी दुनिया की निगाहों का मरकज बन गया। कारण था दुर्दांत डकैत घनश्याम केवट उर्फ घनसू उर्फ नान डकैत उर्फ बग्गड़ की 59 घंटों तक पुलिस के साथ चली मुठभेड़।
इस सत्य घटना पर आधारित कृति तैयार करने के लिए खासा शोध किया है। यह कहानी न डकैतों की है, न पुलिस वालों की। न अपराधियों की, न शहीदों की। न सम्मान की, न अपमान की। यह कहानी है नजरिए की।
BarBandi
E BOOK-Bar Bandi
A book based on social evils and crime and the world of infamous dance bar of Mumbai and Maharashtra. This is a research based book about dance bars, it’s effects – impacts of society, economy, country. How the government of Maharashtra banned the dance bars in Maharashtra despite Supreme Court judgements. Author of Bar Bandi focus on social and financial crisis of bargirls and stigma they faced.
मुंबई के डांस बारों पर पाबंदी लगने के पहले और बाद के हालात पर विहंगम दृष्टिपात करती एक किताब लिखने का इरादा था। जब काम शुरू हुआ तो मुंबई के डांस बारों की 12 आंसू बहाती बुलबुलों की दास्तां ‘बांबे बार’ में समेटीं, जिसे पाठकों ने खूब सराहा।
डांस बारों का लेखा-जोखा, उसके इतिहास से वर्तमान तक हर पहलू पर नजर डालने के उपक्रम में मेरी भी बार-बंदी किताब तैयार हो गई।
Adrishya
E BOOK-ADRASHYA
ADRASHYA
ADRISHYA, is a story of a nuclear family and a young kid, who never understood the family threads. Book belongs to horror zoner with the highest family values. ADRISHYA, A First in the history of Indian cinema & Hindi publication arena, a novellus based on a novel idea to convert a film script into literary work. Book is penned by award winning authors Alka Agrawal Sigtia & Vivek Agrawal.
यह किताब एक फिल्म को साहित्यिक रूप में ढालने का अपने-आप में अनूठा और ऐतिहासिक प्रयोग है। फिल्म कुछ समय के लिए होती है लेकिन किताब सदा के लिए होती है। इस उपन्यास की कहानी एक सार्वभौमिक व शाश्वत समस्या पर रोशनी डालती है। इसे ‘हॉरर’ और ‘मिस्ट्री’ की चाशनी में लपेट कर आकर्षक रूप में पेश करने की कोशिश है।